Chief Justice of India NV Ramana
देश के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण ने शनिवार को कहा कि भारतीय अदालतों में 4.5 करोड़ मामले लंबित होने का आंकड़ा बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया और और गलत तरीके से किए गए विश्लेषण है। उन्होंने यह भी कहा कि मामलों में विलंब के कारणों में से एक 'समय काटने के लिए' वाद दायर किया जाना भी है। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देकर यह भी बताया कि कैसे 'मध्यस्थता' समय की जरूरत है और इससे आसानी से विवाद निपटाए जा सकते हैं।
सीजेआई ने कहा कि किसी भी समाज में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक सहित विभिन्न कारणों से संघर्ष होते ही हैं और संघर्ष समाधान के लिए तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है। चीफ जस्टिस ने संघर्ष समाधान के लिए मध्यस्थता के प्रयास का उदाहरण देते हुए महाभारत का जिक्र किया।
Chief Justice N.V. Ramana was speaking at the India - Singapore Mediation Summit 2021, organised by Singapore International Mediation Centre (SIMC), in strategic partnership with CAMP Mediation, and Mediation Mantras.